हिंदी में उदासी शायरी | Udaasi Shayari in Hindi
Hello Friends, आज के इस पोस्ट में पढ़िए हिंदी में उदासी शायरी अर्थात Udaasi Shayari in Hindi. बहुत सारे लोग गूगल पर Udasi Shayari की सर्च कर रहे हैं. तो इस लिए आज के इस पोस्ट में आप सभी को Udasi Shayari हिंदी में दी जा रही है. इसे पढ़ें, दुसरे के साथ शेयर करें. और पोस्ट अच्छी लगने पर इसे भी सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें.
उदासी शायरी
तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं,
गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं,
हम अपनी उदासी से जब भी घबराये,
तेरे ख़याल की छाँव में बैठ जाते हैं।
ऐ नए साल बता कि तुझमें नया क्या है,
हर तरफ खल्क ने क्यूँ शोर मचा रखा है।
तू नया है तो दिखा, सुबह नई शाम नई,
वर्ना इन आँखों ने देखे हैं ऐसे साल कई।
हिंदी में उदासी शायरी | Udaasi Shayari in Hindi
मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की,
बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी।
बताओ है कि नहीं मेरे ख्वाब झूठे,
कि जब भी देखा तुझे अपने साथ देखा।
मत फेंक पानी में पत्थर,
उसे भी कोई पीता होगा,
मत रह यूँ उदास जिन्दगी में,
तुम्हें देखकर कोई जीता होगा।
प्यार तो ज़िन्दगी को सजाने के लिए है,
पर ज़िन्दगी बस दर्द बहाने के लिए है,
मेरे अंदर की उदासी काश कोई पढ़ ले,
ये हँसता हुआ चेहरा तो ज़माने के लिए है।
जब भी तेरी यादों को आसपास पाता हूँ,
खुद को बहुत ज्यादा उदास पाता हूँ,
तुझे तो मिल गई खुशियाँ ज़माने भर की,
मै अब भी दिल में वही प्यास पाता हूँ…।
टूटे हुये सपनो और रूठे हुये अपनों ने उदास कर दिया,
वरना लोग हमसे मुस्कराने का राज पूछा करते थे ।
Udaasi Shayari in Hindi
जो हो सके तो चले आओ आज मेरी तरफ़,
मिले भी देर हो गई और जी भी उदास है ।
इतनी बेचैनी से तुमको किसकी तलाश है,
वो कौन है जो तेरी आंखों की प्यास है,जबसे मिला हूं तुमसे यही सोचता हूं मैं,
क्यों मेरे दिल को हो रहा तेरा एहसास है,जिंदगी के इस मोड़ पे तुम आके यूं मिले,
जैसे कि कोई मंजिल मेरे इतने पास है,एक नजर की आस में तकता हूं मैं तुझे,
अब देख तेरे खातिर एक आशिक उदास है ।
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!
ज़रा सी हो उदासी….
और वो कायनात पलट दे…
ऐसा भी तो कोई संग होना चाहिए….
ज़िन्दगी बहुत कीमती है
इसे उदासी में गंवाने से क्या फायदा
गम आते है जाते है
उनको दिल से लगाने से क्या फायदा
हिंदी में उदासी शायरी
फ़ज़ा में कैसी उदासी है क्या कहा जाए
अजीब शाम ये गुज़री है क्या कहा जाए
कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है,
अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं।।
कमाल लोग होते है वो
जो हमारी आवाज से ही
उदासी और ख़ुशी का अंदाज़ा लगा लेते है ….
मैं तुमसे कैसे कहूँ
ऐ मेहरबान
तुम ईलाज हो
मेरी हर उदासी का